× भाषा यूरोप रूसी बेलारूसी यूक्रेनी पोलिश सर्बियाई बल्गेरियाई स्लोवाकियाई चेक रोमानियाई माल्डोवियाई आज़रबाइजान अर्मेनियाई जॉर्जियाई अल्बानियन अवार बशख़िर टाटर चेचन स्लोवेनियाई क्रोएशियाई एस्तोनियावासी लात्वीयावासी लिथुआनियाई हंगेरी फिनिश नार्वेजियन स्वीडिश आइसलैंडिक यूनानी मेसीडोनियन जर्मन बवेरियन डच डेनिश वेल्श गेलिक आयरिश फ्रेंच बस्क कैटलन इतालवी गालेशियाई रोमानी Bosnian उत्तरी अमेरिका अंग्रेज़ी दक्षिण अमेरिका स्पेनिश पुर्तगाली गुआरानी क्वेचुआन आयमारा मध्य अमरीका जमैका नहुआत्ल किचे Q'eqchi हाईटियन पूर्वी एशिया चीनी जापानी कोरियाई मंगोलियन उईघुर हमोंग दक्षिण - पूर्व एशिया मलेशियाई बर्मी हखा चिन नेपाली सिबुआनो तागालोग कम्बोडियन थाई इन्डोनेशियाई वियतनामी जावानीस लाओ इबान इयू मियां काचिन लहु Aceh Balinese Bugis Pampanga Sasak Shan Waray दक्षिण एशिया हिंदी Оdia अवधी मिजो कन्नड़ मलयालम मराठी गुजराती तामिल तेलुगू पंजाबी कुरुख असमिया मैथिली बंगाली उर्दू सिंहली डोगरी हरियाणवी मीतेई कोंकणी संताली सिंधी कोया थाडो संस्कृत देवनागरी Adilabad Gondi Ahirani बलूची Bundeli Chhattisgarhi Garhwali Kangri Kumaoni Mewari Munda Sadri Seraiki Shekhawati Sylheti मध्य एशिया किरगिज़ उज़बेक ताजिक तुक्रमेन कजाखस्तान कारकल्पक मध्य पूर्व तुर्की यहूदी अरबी फ़ारसी कुर्द पश्तो कॉप्टिक अफ्रीका अफ्रीकी षोसा ज़ुलु नेबेले सोथो अम्हारिक् वोलयट्टा नाइजीरियाई मोस्सी इका दिन्का कबाइल भेड़ स्वाहिली मोरक्को सोमालियाई सोणा मेडागास्कर ईग्बो लिंगाला Baoulé सिस्वाती सोंगा सेत्स्वाना गाम्बिया योरूबा कंबा किन्यारवाण्डा होउसा चेवा लुओ मकुआ द्युला फुलफुलडे कलेंजिन किकुयू किकवांगो किरुंडी क्रियो नाइजीरियाई पिजिन ओरोमो तशिलूबा त्शिवेंदा ट्वी उंबुंदु लुगबारा लुगुरु पुलर गुस्सी मासाई तुर्काना मोबा नुएर शिलुक तमाशेक मकोंडे Bemba Fon Hadiyya Ibibio Kimbundu Kimiiru Lango Liberian Kreyol Lomwe Mende Morisyen Ndau Nyankole Sena Sidamo Soga Songe Sukuma Tarifit Teso Tiv Zande Dagbani ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप न्यूजीलैंड पापुआ न्यू गिनी पुरानी भाषाएँ इब्रानी लैटिन एस्पेरांतो 1 1 1 HHBD BSI ERV २०१०HHBD BSICL BSI २०१५OV BSI २०१२HSS २०१९IRV २०१९२०१७HSB २०२३1 1 1 फिलिप्पियों उत्पत्तिनिर्गमनलैव्यव्यवस्थागिनतीव्यवस्था विवरणयहोशून्यायियोंरूत१ शमूएल२ शमूएल१ राजा२ राजा१ इतिहास२ इतिहासएज्रानहेमायाहएस्तेरअय्यूबभजन संहितानीतिवचनसभोपदेशकश्रेष्ठगीतयशायाहयिर्मयाहविलापगीतयहेजकेलदानिय्येलहोशेयोएलआमोसओबद्याहयोनामीकानहूमहबक्कूकसपन्याहहाग्गैजकर्याहमलाकी--- --- ---मत्तीमरकुसलूकायूहन्नाप्रेरितों के कामरोमियों१ कुरिन्थियों२ कुरिन्थियोंगलातियोंइफिसियोंफिलिप्पियोंकुलुस्सियों१ थिस्सलुनीकियों२ थिस्सलुनीकियों१ तीमुथियुस२ तीमुथियुसतीतुसफिलेमोनइब्रानियोंयाकूब१ पतरस२ पतरस१ यूहन्ना२ यूहन्ना३ यूहन्नायहूदाप्रकाशित वाक्य1 1 1 ४ १२३४1 1 1 : ६ १२३४५६७८९१०१११२१३१४१५१६१७१८१९२०२१२२२३1 1 1 हिंदी बाइबिल (HHBD) फिलिप्पियों ४ नोट सहेजें १ [1]इसलिये हे मेरे प्रिय भाइयों, जिन में मेरा जी लगा रहता है जो मेरे आनन्द और मुकुट हो, हे प्रिय भाइयो, प्रभु में इसी प्रकार स्थिर रहो।।२ [2]मैं यूआदिया को भी समझाता हूं, और सुन्तुखे को भी, कि वे प्रभु में एक मन रहें।३ [3]और हे सच्चे सहकर्मी मैं तुझ से भी बिनती करता हूं, कि तू उन स्त्रियों की सहयता कर, क्योंकि उन्हों ने मेरे साथ सुसमाचार फैलाने में, क्लेमेंस और मेरे उन और सहकर्मियों समेत परिश्रम किया, जिन के नाम जीवन की पुस्तक में लिखे हुए हैं।४ [4]प्रभु में सदा आनन्दित रहो; मैं फिर कहता हूं, आनन्दित रहो।५ [5]तुम्हारी कोमलता सब मनुष्यों पर प्रगट हो: प्रभु निकट है।६ [6]किसी भी बात की चिन्ता मत करो: परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और बिनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख अपस्थित किए जाएं।७ [7]तब परमेश्वर की शान्ति, जो समझ से बिलकुल परे है, तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरक्षित रखेगी।।८ [8]निदान, हे भाइयों, जो जो बातें सत्य हैं, और जो जो बातें आदरनीय हैं, और जो जो बातें उचित हैं, और जो जो बातें पवित्रा हैं, और जो जो बातें सुहावनी हैं, और जो जो बातें मनभावनी हैं, निदान, जो जो सदगुण और प्रशंसा की बातें हैं, उन्हीं पर ध्यान लगया करो।९ [9]जो बातें तुम ने मुझ से सीखीं, और ग्रहण की, और सुनी, और मुझ में देखीं, उन्हीं का पालन किया करो, तब परमेश्वर जो शान्ति का सोता है तुम्हारे साथ रहेगा।।१० [10]मैं प्रभु में बहुत आनन्दित हूं कि अब इतने दिनों के बाद तुम्हारा विचार मेरे विषय में फिर जागृत हुआ है; निश्चय तुम्हें आरम्भ में भी इस का विचार था, पर तुम्हें अवसर न मिला।११ [11]यह नहीं कि मैं अपनी घटी के कारण यह कहता हूं; क्योंकि मैं ने यह सीखा है कि जिस दशा में हूं, उसी में सन्तोष करूं।१२ [12]मैं दीन होना भी जानता हूं और बढ़ना भी जानता हूं: हर एक बात और सब दशाओं में तृप्त होना, भूखा रहना, और बढ़ना- घटना सीखा है।१३ [13]जो मुझे सामर्थ देता है उस में मैं सब कुछ कर सकता हूं।१४ [14]तौभी तुम ने भला किया, कि मेरे क्लेश में मेरे सहभागी हुए।१५ [15]और हे फिलिप्पियो, तुम आप भी जानते हो, कि सुसमाचार प्रचार के आरम्भ में जब मैं ने मकिदुनिया से कूच किया तब तुम्हें छोड़ और किसी मण्डली ने लेने देने के विषय में मेरी सहयता नहीं की।१६ [16]इसी प्रकार जब मैं थिस्सलुनीके में था; तब भी तुम ने मेरी घटी पूरी करने के लिये एक बार क्या बरन दो बार कुछ भेजा था।१७ [17]यह नहीं कि मैं दान चाहता हूं परन्तु मैं ऐसा फल चाहता हूं, जो तुम्हारे लाभ के लिये बढ़ता जाए।१८ [18]मेरे पास सब कुछ है, बरन बहुतायत से भी है: जो वस्तुएं तुम ने इपफ्रुदीतुस के हाथ से भेजी थीं उन्हें पाकर मैं तृप्त हो गया हूं, वह तो सुगन्ध और ग्रहण करने के योग्य बलिदान है, जो परमेश्वर को भाता है।१९ [19]और मेरा परमशॆवर भी अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित मसीह यीशु में है तुम्हारी हर एक घटी को पूरी करेगा।२० [20]हमारे परमेश्वर और पिता की महिमा युगानुयुग होती रहे। आमीन।।२१ [21]हर एक पवित्रा जन को जो यीशु मसीह में हैं नमस्कार कहो। जो भाई मेरे साथ हैं तुम्हें नमस्कार कहते हैं।२२ [22]सब पवित्रा लोग, विशेष करके जो कैसर के घराने के हैं तुम को नमस्कार कहते हैं।।२३ [23]हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम्हारी आत्मा के साथ रहे।।Hindi Bible (HHBD) Public Domain: Hindi (HHBD) No Info on year हिंदी बाइबिल (HHBD) फिलिप्पियों ४ 00:00:00 00:00:00 0.5x 2.0x https://beblia.bible:81/BibleAudio/hindi/philippians/004.mp3 4 4